शोधकर्ताओं ने द्वि-आयामी पदार्थों पर आधारित ट्रांजिस्टर निर्मित किये हैं एवं ऑटोनॉमस रोबोट हेतु अत्यंत अल्प-ऊर्जा के कृत्रिम तंत्रिका कोशिका परिपथ निर्मित करने में इनका उपयोग किया है।

Policy

बेंगलुरु
22 फ़रवरी 2021

भारत के कुछ जगहों पर सत्ता और संसाधनों के लिए निरंतर संघर्ष ने बड़े अनुभागो के लोगों को  स्वत्व अधिकार मांग करने और उन पर जबरन लगाए गये  संवैधानिक पद क्रम  को अस्वीकार करने के लिए मजबूर कर दिया है। इसके बजाय  वे सक्रिय रूप से अपने जीवन में सरकार के विभिन्न स्तरों की सत्ता को पलटने में भाग लेते हैं। यह सत्य है विशेष रूप से आदिवासी लोगों की बड़ी आबादी वाले उन क्षेत्रों में, जो लोग मताधिकार से वंचित महसूस करते हैं। वे संवैधानिक शक्तियों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का सहारा लेते हैं और इस प्रक्रिया  को बगावत के रूप में जाना जाता है। ऐसा ही एक क्षेत्र पश्चिम बंगाल के पश्

Mumbai
5 अक्टूबर 2020

शोधकर्ताओं ने शहरों में पानी के टैंकरों के संचार का नियोजन एवं समय-निर्धारण के लिए एक व्यावहारिक रूपरेखा विकसित की है  

मुंबई
21 अप्रैल 2020

अध्ययन में पाया गया है कि भारत में युवा महिलाओं के पास अपनी माताओं की तुलना में बेहतर व्यवसाय नहीं हैं।

बेंगलुरु
16 मार्च 2020

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने चेन्नई में बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक प्रणाली डिज़ाइन की है।

मुंबई
13 फ़रवरी 2020

अध्ययन से पता चलता है कि नौकरशाही और राजनैतिक हित, वन अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन में बाधा डालते हैं।

बेंगलुरु
18 दिसम्बर 2019

दक्षिण भारत, जो अभी चिलचिलाती गर्मी से पीड़ित है और मानसून का इंतजार कर रहा है जिसे जून के महीने में कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह प्रतीक्षा अधिक लम्बी और असुखमय होगी। एक प्रेस विज्ञप्ति में, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने घोषणा की है कि पूरे देश में, दक्षिण-पश्चिम मानसून वर्षा “सामान्य” रूप से होने की संभावना है। यह भविष्यवाणी करता है कि मात्रात्मक रूप से, बारिश जून-सितंबर के दौरान “लंबी अवधि के औसत या एलपीए” (जो ८९ सेंटीमीटर मात्रा है) का लगभग ९६% होने की उम्मीद है। यह मात्रा १९५१-२००० के बीच देश में होने वाली वर्षा की औसत है, और २०१९ में, इस मा

दिल्ली
19 अगस्त 2019

दिल्ली विश्वविद्यालय, वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली और स्माइल इनक्यूबेटर, स्वीडन के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक नवीन अध्ययन में गहन देखभाल इकाइयों (आईसीयू) में भर्ती रोगियों में दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया के पाए जाने के खतरनाक मामले सामने आए हैं। जर्नल ऑफ़ एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस एंड इंफेक्शन कंट्रोल में प्रकाशित इस अध्ययन से अस्पतालों में आईसीयू की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है, जहां ज्यादातर मरीज़ पहले से ही गंभीर स्थिति में होते हैं

Bengaluru
6 जून 2019

वैज्ञानिकों ने सुपरबग के खिलाफ अस्पतालों को इससे निपटने के लिए अनुशंसित कार्यों का एक समूह प्रस्तावित किया है।

पुणे
23 अप्रैल 2019

जॉन्स हॉपकिंस स्कूल ऑफ मेडिसिन और बायरामजी जीजीभोय सरकारी मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने अध्ययन किया कि घरेलू वायु प्रदूषण क्षय रोग को कैसे प्रभावित कर सकता है।