यह अध्ययन पानी की गुणवत्ता में सुधार और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए भारत के अपशिष्ट जल शुद्धिकरण के आधारभूत ढांचे में एक पद्धतिबद्ध परिवर्तन करने का प्रस्ताव देता है।
शोधकर्ताओं ने द्वि-आयामी पदार्थों पर आधारित ट्रांजिस्टर निर्मित किये हैं एवं ऑटोनॉमस रोबोट हेतु अत्यंत अल्प-ऊर्जा के कृत्रिम तंत्रिका कोशिका परिपथ निर्मित करने में इनका उपयोग किया है।
Mumbai/ अप्रैल 22, 2024