भारत के कुछ जगहों पर सत्ता और संसाधनों के लिए निरंतर संघर्ष ने बड़े अनुभागो के लोगों को स्वत्व अधिकार मांग करने और उन पर जबरन लगाए गये संवैधानिक पद क्रम को अस्वीकार करने के लिए मजबूर कर दिया है। इसके बजाय वे सक्रिय रूप से अपने जीवन में सरकार के विभिन्न स्तरों की सत्ता को पलटने में भाग लेते हैं। यह सत्य है विशेष रूप से आदिवासी लोगों की बड़ी आबादी वाले उन क्षेत्रों में, जो लोग मताधिकार से वंचित महसूस करते हैं। वे संवैधानिक शक्तियों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष का सहारा लेते हैं और इस प्रक्रिया को बगावत के रूप में जाना जाता है। ऐसा ही एक क्षेत्र पश्चिम बंगाल के पश्
वैज्ञानिकों ने आरोपित विकृति के अंतर्गत 2-डी पदार्थों के परमाण्विक गुणों का सैद्धांतिक परीक्षण किया है।
Mumbai/ अप्रैल 18, 2024