शोधकर्ताओं ने भारत के 2030 के नवीकरणीय ऊर्जा जनादेश की पूर्ती के प्रयत्नों का मूल्यांकन करने के लिए ऊर्जा उत्पादन और ग्रिड संचालन का एक बारीकियों से युक्त मॉडल विकसित किया। यह अध्ययन दर्शाता है कि भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए लचीलेपन, सामर्थ्य और विश्वसनीयता को संतुलित करते हुए, क्षेत्रीय समन्वय और लचीले अनुपालन तंत्र के साथ-साथ निर्धारित भंडारण और कोयला निर्भरता का चरणबद्ध घटाव महत्वपूर्ण हैं।
क्षयरोगाच्या जीवाणूंच्या बाह्य आवरणात सुप्तावस्थेत झालेल्या बदलांमुळे ते अँटीबायोटिक्स पासून बचाव करून दीर्घकाळ जिवंत राहू शकतात असे संशोधकांना दिसून आले.
Mumbai/