अम्लीय वर्षा आजकल एक मुख्य चर्चा का विषय है। मानव गतिविधियों के कारण प्रदूषण में वृद्धि का प्रतिकूल प्रभाव इसका कारण है ऐसा पर्यावरण वैज्ञानिकों ने बताया है। लेकिन इंसानों के धरती पर विकसित होने से पहले भी अम्लीय वर्षा के साक्ष्य पाये गए हैं। लगभग २५ करोड वर्ष पहले साइबेरियाई क्षेत्र में ज्वालामुखी के विस्फोट के कारण जो अम्लीय वर्षा हुई उसके कारण लगभग 90
ఐఐటీ బాంబే, ఐఐటీ మద్రాస్ మరియు ఐఐఐటి హైదరాబాద్ పరిశోధకులు కలిసి ఆంగ్లం నుండి అనేక భారతీయ భాషలకు స్పీచ్-టు-స్పీచ్ యాంత్రిక అనువాదం (SSMT) వ్యవస్థను రూపొందించారు.
ముంబై/