अच्छे स्वस्थ्य के लिए शुद्ध पेय जल एक महत्वपूर्ण ज़रूरत है। अशुद्ध जल पीने से हैज़ा, दस्त, पेचीस, हेपेटाइटिस-ए, और टायफॉइड जैसी बीमारियाँ होती हैं। भारत जैसे देश में, जहाँ २१ प्रतिशत संक्रामक बीमारियाँ दूषित जल के कारण फैलती हैं और साफ-सुरक्षित पेय जल की अनुपलब्धता के कारण प्रतिदिन ५०० से ज़्यादा बच्चे ५ वर्ष की आयु के भीतर ही दस्त के शिकार हो जाते हैं, शुद
क्षयरोगाच्या जीवाणूंच्या बाह्य आवरणात सुप्तावस्थेत झालेल्या बदलांमुळे ते अँटीबायोटिक्स पासून बचाव करून दीर्घकाळ जिवंत राहू शकतात असे संशोधकांना दिसून आले.
Mumbai/