अध्ययन से वायरल संक्रमण से लड़ने में माइक्रोआरएनए की वृह्द भूमिका और स्व प्रतिरक्षा बीमारियों में इसके अंधेरे पक्ष का पता चलता है।
क्षयरोग के जीवाणु प्रसुप्त अवस्था में अपने बाह्य आवरण में होने वाले परिवर्तन के कारण प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक्स) से बच कर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।
Mumbai/