वैज्ञानिकों ने आरोपित विकृति के अंतर्गत 2-डी पदार्थों के परमाण्विक गुणों का सैद्धांतिक परीक्षण किया है।

Ecology

Mumbai
20 नवंबर 2023

यह अध्ययन समस्त पश्चिमी घाट क्षेत्र में मिट्टी की दीर्घकालिक क्षति के मापन हेतु रिमोट सेंसिंग डेटा का उपयोग करने वाला प्रथम अध्ययन है।

Mumbai
3 नवंबर 2023

एक नवीन अध्ययन के अनुसार नगर जल अवसंरचना में स्थायित्व एवं परिवर्तनशीलता लाने हेतु प्रवर्धित विकेंद्रीकृत (स्केल्ड डिसेंट्रलाईज्ड) प्रणालियों की ओर ले जाने वाला एक आमूल-चूल परिवर्तन आवश्यक है।

मुम्बई
19 सितंबर 2022

फलोद्यानों में बने खेत के प्लास्टिक फिल्म आस्तरित तालाबों का अध्ययन और समाज पर इसके प्रभाव

मुंबई
7 सितंबर 2022

सूक्ष्म तरंग (माइक्रोवेव) विकीरण का उपयोग करते हुए नन्हे अदृश्य प्लास्टिक प्रदूषकों की उपस्थिति ज्ञात करने हेतु शोधकर्ताओं ने एक नूतन तकनीक विकसित की है।

Madurai
7 फ़रवरी 2022

क्षेत्रीय जल संकट निदान हेतु आईआईटी मुंबई के शोधकर्ता मदुरै की ऐतिहासिक जल-संभर प्रणाली की पुनर्स्थापना हेतु प्रयासरत 

मुंबई
10 जनवरी 2022

शोधकार्य, एक सरंध्र तरल, सम्मिश्रण के उपयोग का सुझाव देता हैं जिससे औद्योगिक अपशिष्टों से अवशोषित कार्बन-डाइऑक्साइड को कैल्शियम कार्बोनेट में परिवर्तित किया जा सकता है।

मुंबई
12 अप्रैल 2021

शोधकर्ताओं ने  मानव-वन्यजीवन सहअस्तित्व और आगे की राह में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की

मुंबई
8 मार्च 2021

शोधकर्ताओं ने चक्रवात फैलिन के बाद के सामाजिक, आर्थिक, मानवीय और शारीरिक कारकों जो बहाली के प्रेरक और कारण बने, की जाँच की 

बेंगलुरु
11 जनवरी 2021

एक गुप्त सर्वेक्षण में पाया गया है कि कैसे दवा की दुकानों में आसानी से मिलने वाली प्रतिबंधित डाइक्लोफेनाक और अन्य गिद्ध-  घातक दवाएं दक्षिण एशिया में धीरे-धीरे बढ़ने वाली गिद्ध आबादी के लिए  खतरा बनती जा रही है।