क्षयरोग के जीवाणु प्रसुप्त अवस्था में अपने बाह्य आवरण में होने वाले परिवर्तन के कारण प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक्स) से बच कर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।
नवीन विधि अधिक दक्षता से बैटरी की ऊष्मा को हटाती है एवं इसके भार को भी कम करती है।