ड्रोन-वृंद के जटिल विन्यास को जीपीएस अथवा ड्रोन के मध्य संचार प्रक्रिया के बिना एवं केवल कैमरे से प्राप्त डेटा का उपयोग कर नियंत्रित करने की नवीन युक्ति बताते आईआईटी मुंबई के शोधकर्ता।
मंगल ग्रह पर स्थित घाटियों के जाल से प्राप्त नए प्रमाण इस बात की पुष्टि करते हैं कि लगभग चार अरब वर्ष पहले नोआकियन काल में उष्ण और आर्द्र जलवायु धीरे-धीरे परिवर्तित होकर लगभग तीन अरब वर्ष पहले हेस्पेरियन काल तक ठंडी और हिममय हो गई थी।
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