आईआईटी मुंबई के शोधकर्ताओं ने ऐसे जीवाणुओं की खोज की है जो मिट्टी में स्थित विषैले प्रदूषकों को नष्ट करने के साथ उप-उत्पाद के रूप में उपयोगी पोषक तत्व उत्पन्न कर सकते हैं।
मंगल ग्रह पर स्थित घाटियों के जाल से प्राप्त नए प्रमाण इस बात की पुष्टि करते हैं कि लगभग चार अरब वर्ष पहले नोआकियन काल में उष्ण और आर्द्र जलवायु धीरे-धीरे परिवर्तित होकर लगभग तीन अरब वर्ष पहले हेस्पेरियन काल तक ठंडी और हिममय हो गई थी।
Mumbai/