एरेटेड ऑटोक्लेव्ड कंक्रीट ब्लॉक जैसी पर्यावरण-कुशल भित्ति सामग्री, प्राकृतिक वायु संचालित घरों में तापमान को बहुत कम कर इसे आंतरिक रूप से सुविधाजनक बनाती हैं।

Science

बेंगलुरु
3 दिसम्बर 2020

शोध से पता चलता है कि भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र वायु प्रदूषण के कारण उच्च स्वास्थ्य जोखिमों का सामना  समान  रूप से  कर रहे हैं।

मुंबई
13 नवंबर 2020

जलवायु परिवर्तन की स्थिति में सबसे उपयुक्त कृषि रणनीतियाँ निर्धारित करने के लिए वैज्ञानिकों ने महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया  

मुंबई
7 दिसम्बर 2020

आई आई टी मुंबई की मार्ग अनुवीक्षण पद्धति अर्थात रोड मॉनिटरिंग सिस्टम, जनसमूह से एकत्रित आंकड़ों का उपयोग कर मार्ग की सतही गुणवत्ता का वर्गीकरण कर सकती है 

बेंगलुरु
30 नवंबर 2020

अगस्त 2019 में चेन्नई के समुद्र तटों के पास नॉक्टिलुका के प्लवक खिलने के रंग बिरंगे प्रदर्शनों के गवाह बने जिससे अंधेरे में एक सुंदर चमकीला नियोन नीला रंग दिखा । इन नन्हें  प्राणियों की जीवदीप्ति से प्रेरित होकर लोगों ने रंग बिरंगी लहरों के नृत्य को तस्वीरों और वीडियो रूप में इसे साझा किया। लेकिन यह  समुद्र की चमक  (नोक्टिलुका स्किन्टिलन)  खुशी का कोई कारण नहीं है क्योंकि वे इस बात का एक गंभीर संकेत हैं कि जलवायु परिवर्तन हमारे महासागरों को कैसे प्रभावित कर रहे हैं। और हाँ हाल के वर्षों में नोक्टिलुका ने सबसे आम प्लवक जिसे समुद्र में डायटम के रूप में जाना जाता ह

मुंबई
30 अक्टूबर 2020

शोधकर्ताओं ने छोटे इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए एक छोटा, सुसंबद्ध, और कुशल माइक्रो-कॉम्ब्सटर डिज़ाइन किया है।

मुंबई
26 अक्टूबर 2020

वैज्ञानिक जोखिम प्रवण गाँवों में बाढ़ संकट के पूर्वानुमान के लिए वैश्विक एवं स्थानीय आँकड़ों का सम्मलित  उपयोग कर रहे हैं।     

Bengaluru
23 अक्टूबर 2020

क्षय रोग के नाम से ही कई लोग भयभीत हो जाते हैं क्योंकि यह दुनिया भर में मृत्यु के मुख्य कारणों में से एक माना जाता है। हालाँकि अनेक औषधियों के एक साथ उपयोग से इसका उपचार संभव है, इसके जीवाणु में बढ़ती हुई औषध प्रतिरोध की शक्ति के कारण, सार्वजनिक स्वास्थ्य पर संकट आ गया है। माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्युलोसिस नाम का जीवाणु, जिससे ये संक्रमण होता है, सबसे पहले फेफड़ों

Mumbai
9 सितंबर 2020

शोधकर्ताओं ने जल विकर्षक पदार्थ बनाने के लिए अरबी के पत्तों की संरचना का अध्ययन किया 

कानपुर
19 अक्टूबर 2020

नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने कोशिकीय वंशावली के पुनर्निर्माण के लिए एक नई सांख्यिकीय विधि, ‘LinTIMaT’ (लिनटीआईएमटी) का वर्णन किया है, जो वैज्ञानिकों को परस्पर विकसित होती हुई जैविक प्रणाली में कोशिकाओं के विकास को समझने की क्षमता  प्रदान करती है।