क्षयरोग के जीवाणु प्रसुप्त अवस्था में अपने बाह्य आवरण में होने वाले परिवर्तन के कारण प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक्स) से बच कर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।

General

भोपाल

अध्ययन से वायरल संक्रमण से लड़ने में माइक्रोआरएनए की वृह्द भूमिका और स्व प्रतिरक्षा बीमारियों में इसके अंधेरे पक्ष का पता चलता है।

मुम्बई

साधारण द्वि-घटक मिश्रधातुओं से प्राप्त सूचना का उपयोग करके, बहु-घटक मिश्र धातुओं के प्रत्यास्थ व्यवहार का पूर्वानुमान यंत्राधिगम (मशीन लर्निंग) द्वारा किया जा सकता है। 

मुम्बई

कंक्रीट संरचनाओं में स्टील सुदृढीकरण सरियों में जंग की विकरालता का पता लगाने के लिए एक सरल सेंसर प्रोब का निर्माण

मुम्बई

शोधकर्ताओं ने मुखावरण पर जल विकर्षक हाइड्रोफोबिक परत का लेपन कर उनकी दक्षता में सुधार किया है।

मुंबई

वृहन्मुंबई में परिवहन सुविधा की निरंतरता में अंतराल  विद्यालय को अनेकों  हेतु अगम्य बना सकता है।  

मुंबई

तटीय क्षेत्रों में तरंग ऊर्जा संयंत्रों हेतु संभावित स्थानों की पहचान

Madurai

क्षेत्रीय जल संकट निदान हेतु आईआईटी मुंबई के शोधकर्ता मदुरै की ऐतिहासिक जल-संभर प्रणाली की पुनर्स्थापना हेतु प्रयासरत 

मुंबई

शोधकार्य, एक सरंध्र तरल, सम्मिश्रण के उपयोग का सुझाव देता हैं जिससे औद्योगिक अपशिष्टों से अवशोषित कार्बन-डाइऑक्साइड को कैल्शियम कार्बोनेट में परिवर्तित किया जा सकता है।

Bengaluru

जैसा कि हम 2022 में कदम रख रहे हैं, यह समय है कि हम उन लेखों पर चिंतन करें जिन्हें हमने पिछले वर्ष प्रकाशित किया था। हमें खुशी है कि आप हमारे द्वारा प्रकाशित इन लेखों के साथ हमसे जुड़े। यह कहना कठिन हैं कि 'इनमे से सर्वश्रेष्ठ लेख कौन सा हैं...', क्योंकि प्रत्येक का अपना अलग प्रभाव रहा। रिसर्च मैटर्स की संपादकीय टीम ने पाँच रोमांचक लेखों को (वरीयता के किसी विशेष क्रम में न रखकर) चुना है। हमारे चुने हुए लेख कर्क रोग की चिकित्सा, पर्यावरण, विज्ञान तथा अभियांत्रिकी क्षेत्र से जुडे हैं। हमें उम्मीद है कि आप हमेशा की तरह उन्हें रोचक पाएंगे।

Kanpur

शोधार्थियों ने प्रदर्शित किया कि पूर्व में ‘मूक संकेतक’ समझे जाने वाले दो ग्राही वास्तव में मूक नहीं हैं तथा अपेक्षा के विपरीत भिन्न तंत्र के माध्यम से संकेतन करते हैं।

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