एरेटेड ऑटोक्लेव्ड कंक्रीट ब्लॉक जैसी पर्यावरण-कुशल भित्ति सामग्री, प्राकृतिक वायु संचालित घरों में तापमान को बहुत कम कर इसे आंतरिक रूप से सुविधाजनक बनाती हैं।

Deep-dive

Bengaluru
2 अक्टूबर 2020

सैद्धांतिक अध्ययन सुझाव देते हैं कि दो-आयामी (2 डी) नैनो-पदार्थ का उपयोग ऑप्टिकल फिल्टर और थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों को बनाने में एक विकल्प बन सकता है।

 

Mumbai
28 सितंबर 2020

शोधकर्ताओं ने रेंडम एक्सेस मेमोरी का उपयोग करके, कृतिम प्रज्ञा अर्थात आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेन्स के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खोज को दिशा देते हुये, एक शक्तिशाली यादृच्छिक तंत्रिका कोशिका अर्थात न्यूरॉन को विकसित किया है। 

Mumbai
25 सितंबर 2020

शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि कैसे तापमान, आर्द्रता (नमी ) और विभिन्न सतहों के गुण कोविड-१९ से संक्रमित श्वसन बूंदों के वाष्पीकरण दर को प्रभावित करते हैं।

Mumbai
21 सितंबर 2020

चित्र: यान कोपरिवा, अनस्प्लैश

शोधकर्ताओं ने मिट्टी की आर्द्रता जाँचने के लिए सूक्ष्म ग्रैफीन कणों की मदद से एक सेंसर विकसित किया हैं।

Mumbai
14 सितंबर 2020

शोधकर्ताओं ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की गति में सुधार करने के लिए ठोस पदार्थों में त्रुटियों के प्रभाव की जाँच की।

 

मुंबई
1 सितंबर 2020

शोधकर्ता उन आणविक घटनाओं को उजागर करते हैं, जो आमतौर पर पार्किंसन रोग में देखे जाने वाले प्रोटीन समूहों का निर्माण करते हैं।

पार्किंसन रोग एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जिसमें हमारे मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन "अल्फा-सिन्यूक्लिन" रेशा नुमा संरचनाओं में जमा हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर के अंगों में कठोरता, चलने में परेशानी होना, याददाश्त में कमी, संतुलन और तालमेल इत्यादि समस्याएँ होती हैं। इसकी असली वजह क्या हैं? ये आज भी एक रहस्य बना हुआ है, और कई शोधकर्ता इस दिशा में काम कर रहे है।

मुम्बई
27 अगस्त 2020

शोधकर्ताओं ने क्वांटम कंप्यूटिंग को संभव बनाने के लिए परमाण्विक रूप से पतले पदार्थ से प्राप्त अनूठे नैनोचिप्स का प्रस्ताव दिया है।

मुंबई
7 अगस्त 2020

थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों की नई अभिकल्पना से शक्ति और कार्यक्षमता दोनों बढ़ाई जा सकती हैं

इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करते समय ऊष्मा की उत्पत्ति एक बड़ी समस्या है। इससे न केवल वैद्युतीय ऊर्जा का ह्वास होता है बल्कि उपकरण को भी क्षति पहुँच सकती है। थर्मोइलेक्ट्रिक पदार्थों, जो ऊष्माको विद्युतमें और विद्युत् को ऊष्मा में बदल सकते हैं, का उपयोग करके उत्पन्न हुई ऊष्मा को वापस विद्युत् में बदल सकते हैं जिससे ऊर्जा की बचत होगी और उपकरणों को अधिक गरम होने से बचा सकेंगे।

मुंबई
20 जुलाई 2020

मशीन लर्निंग तकनीक के उपयोग से औषधीय रूप से महत्वपूर्ण अणुओं की रासायनिक संरचना में फेरबदल के लिए सर्वश्रेष्ठ उत्प्रेरक की खोज