सैद्धांतिक अध्ययन सुझाव देते हैं कि दो-आयामी (2 डी) नैनो-पदार्थ का उपयोग ऑप्टिकल फिल्टर और थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों को बनाने में एक विकल्प बन सकता है।
सैद्धांतिक अध्ययन सुझाव देते हैं कि दो-आयामी (2 डी) नैनो-पदार्थ का उपयोग ऑप्टिकल फिल्टर और थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों को बनाने में एक विकल्प बन सकता है।
शोधकर्ताओं ने रेंडम एक्सेस मेमोरी का उपयोग करके, कृतिम प्रज्ञा अर्थात आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेन्स के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खोज को दिशा देते हुये, एक शक्तिशाली यादृच्छिक तंत्रिका कोशिका अर्थात न्यूरॉन को विकसित किया है।
शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि कैसे तापमान, आर्द्रता (नमी ) और विभिन्न सतहों के गुण कोविड-१९ से संक्रमित श्वसन बूंदों के वाष्पीकरण दर को प्रभावित करते हैं।
चित्र: यान कोपरिवा, अनस्प्लैश
शोधकर्ताओं ने मिट्टी की आर्द्रता जाँचने के लिए सूक्ष्म ग्रैफीन कणों की मदद से एक सेंसर विकसित किया हैं।
शोधकर्ताओं ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की गति में सुधार करने के लिए ठोस पदार्थों में त्रुटियों के प्रभाव की जाँच की।
शोधकर्ता उन आणविक घटनाओं को उजागर करते हैं, जो आमतौर पर पार्किंसन रोग में देखे जाने वाले प्रोटीन समूहों का निर्माण करते हैं।
पार्किंसन रोग एक न्यूरोलॉजिकल विकार है जिसमें हमारे मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन "अल्फा-सिन्यूक्लिन" रेशा नुमा संरचनाओं में जमा हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर के अंगों में कठोरता, चलने में परेशानी होना, याददाश्त में कमी, संतुलन और तालमेल इत्यादि समस्याएँ होती हैं। इसकी असली वजह क्या हैं? ये आज भी एक रहस्य बना हुआ है, और कई शोधकर्ता इस दिशा में काम कर रहे है।
शोधकर्ताओं ने क्वांटम कंप्यूटिंग को संभव बनाने के लिए परमाण्विक रूप से पतले पदार्थ से प्राप्त अनूठे नैनोचिप्स का प्रस्ताव दिया है।
थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरणों की नई अभिकल्पना से शक्ति और कार्यक्षमता दोनों बढ़ाई जा सकती हैं
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करते समय ऊष्मा की उत्पत्ति एक बड़ी समस्या है। इससे न केवल वैद्युतीय ऊर्जा का ह्वास होता है बल्कि उपकरण को भी क्षति पहुँच सकती है। थर्मोइलेक्ट्रिक पदार्थों, जो ऊष्माको विद्युतमें और विद्युत् को ऊष्मा में बदल सकते हैं, का उपयोग करके उत्पन्न हुई ऊष्मा को वापस विद्युत् में बदल सकते हैं जिससे ऊर्जा की बचत होगी और उपकरणों को अधिक गरम होने से बचा सकेंगे।
मशीन लर्निंग तकनीक के उपयोग से औषधीय रूप से महत्वपूर्ण अणुओं की रासायनिक संरचना में फेरबदल के लिए सर्वश्रेष्ठ उत्प्रेरक की खोज