डॉ विशाल, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई के पृथ्वी विज्ञान विभाग में सहायक प्राध्यापक पद पर नियुक्त हैं। हाल ही में इन्हें अपरंपरागत हाइड्रोकार्बन पर अपने काम के लिए प्रतिष्ठित नासी युवा वैज्ञानिक पुरस्कार-2018 से सम्मानित किया गया । डॉ विशाल देश भर के २० युवा शोधकर्ताओं में से एक हैं , जिन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स, अभियांत्रिकी, रासायनिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, और वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में असाधारण शोध के लिए वार्षिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
क्षयरोग के जीवाणु प्रसुप्त अवस्था में अपने बाह्य आवरण में होने वाले परिवर्तन के कारण प्रतिजैविक (एंटीबायोटिक्स) से बच कर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।
Mumbai/