एरेटेड ऑटोक्लेव्ड कंक्रीट ब्लॉक जैसी पर्यावरण-कुशल भित्ति सामग्री, प्राकृतिक वायु संचालित घरों में तापमान को बहुत कम कर इसे आंतरिक रूप से सुविधाजनक बनाती हैं।

General

Mumbai
13 दिसम्बर 2019

लोणार झील की मिट्टी के नमूनों का विश्लेषण बहिःपार्थिव चट्टानों की उपस्थिति की ओर इशारा करते हैं।

मुंबई
9 दिसम्बर 2019

शोधकर्ताओं ने सोशल मीडिया पोस्ट से सार्थक डेटा निकालने के लिए एक खोज प्रणाली विकसित की है

क्या आपने कभी फुटबॉल वर्ल्ड कप देखते समय, मध्यांतर में ट्विटर पर 'गोल' या 'किक' जैसे शब्दों को खोजने की कोशिश की है? यदि हाँ, तो आप शायद यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि पहले हाफ में पेनल्टी किक पर गोल किसने किया किंतु सम्भव है कि खोज परिणामों में फुटबॉल गोल के बजाय गोल अर्थात ‘जीवन-लक्ष्य’ और किक की जगह कॉफी पीने से मिलने वाली ‘किक’ संबंधित विकल्प आपके सामने आ जाए!

Bengaluru
25 नवंबर 2019

टीबी या क्षय रोग, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है, दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। अकेले २०१७ में, दुनिया भर में १ करोड़ लोग इस बीमारी से प्रभावित थे, और लगभग १६ लाख लोगों ने इसकी वजह से दम तोड़ दिया। कई मौजूदा दवाओं के प्रतिरोध विकसित करने वाले बैक्टीरिया के कारण, भारत जैसे देशों में यह स्थिति गंभीर हो रही है। हाल ही के एक अध्ययन में, वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय, गुजरात के शोधकर्ताओं ने ट्यूबरक्लोसिस  के खिलाफ कुछ संभावित दवाओं का विकास किया है और टीबी बैक्टीरिया और अन्य रोगाणुओं के प्रतिकूल उनकी दक्षता का पर

मुंबई
3 अक्टूबर 2019

मूत्र को रोके रखने वाली माँसपेशियों का संचालन करने वाली वैद्युतीय गतिविधियाँ  मूत्र असंयमिता (Urinary Incontinence)   को समझने की कुंजी हैं। 

मुंबई
26 अगस्त 2019

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई और सीएसआईआर-एनसीएल के शोधकर्ताओं ने दिखाया है कि गोल्ड-लिपोसोम नैनोहाईब्रिड्स कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर सकने में सक्षम हैं। 

मुंबई
29 जुलाई 2019

शोधकर्ताओं ने तुलना की है कि कैसे ग्रीक और भारतीय गणितज्ञों ने एक गोले का तल -क्षेत्रफल मापा

मुंबई
5 अगस्त 2019

वैज्ञानिकों ने एक जीवाणु उपभेद की पहचान की है जो बजाय चीनी के, सुगंधित प्रदूषकों को खाना पसंद करता है ! 

दिल्ली
19 अगस्त 2019

दिल्ली विश्वविद्यालय, वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली और स्माइल इनक्यूबेटर, स्वीडन के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक नवीन अध्ययन में गहन देखभाल इकाइयों (आईसीयू) में भर्ती रोगियों में दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया के पाए जाने के खतरनाक मामले सामने आए हैं। जर्नल ऑफ़ एंटीमाइक्रोबियल रेसिस्टेंस एंड इंफेक्शन कंट्रोल में प्रकाशित इस अध्ययन से अस्पतालों में आईसीयू की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है, जहां ज्यादातर मरीज़ पहले से ही गंभीर स्थिति में होते हैं