एरोट्रैक उपकरण पानी के नमूनों से फिनोल एवं बेंजीन जैसे हानिकारक प्रदूषकों के संसूचन हेतु प्रोटीन आधारित जैव-संवेदक का उपयोग करता है ।

Technology

मुंबई
3 अक्टूबर 2019

मूत्र को रोके रखने वाली माँसपेशियों का संचालन करने वाली वैद्युतीय गतिविधियाँ  मूत्र असंयमिता (Urinary Incontinence)   को समझने की कुंजी हैं। 

मुंबई
14 अगस्त 2019

आई. आई. टी. बॉम्बे के शोधार्थियों ने अत्यंत छोटे एवं किफ़ायती लेंस बनाने की तकनीक विकसित की है, जिसका उपयोग स्मार्टफोन में किया जा सकता है। 

नई दिल्ली
22 जुलाई 2019

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली के शोधकर्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग का उपयोग कर मलेरिया, तपेदिक, आंतों के परजीवी, और सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए एक धारणीय उपकरण विकसित किया  है।

मुंबई
8 जुलाई 2019

मिलिट्री संचार व्यवस्था को कैसे और मज़बूत बनाएँ - भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई द्वारा एक सैद्धांतिक अध्ययन 

कानपुर
5 जुलाई 2019

कभी सोचा है कि क्यों सुई चुभने पर तो दर्द होता है, पर खून चूसने के लिए मच्छर द्वारा त्वचा बेधने पर एहसास भी नहीं होता? ग़ौरतलब, यह त्वचा को कैसे छेदा गया है इस पर निर्भर करता है! जहाँ मच्छर अपनी सूंड को आरे के समान आगे-पीछे चलाते हुए त्वचा को काटते हैं, वहीँ सुई त्वचा के ऊपर पूरा बल लगाकर उसे छेदती है।

मुंबई
4 अप्रैल 2019

बैंकिंग लेनदेन से लेकर, रक्षा और निगरानी अनुप्रयोगों तक सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की आवश्यकता सभी स्तरों पर व्याप्त है। संयुक्त राज्य अमेरिका की हाल ही की रिपोर्टों में, चीन के चिप निर्माता की जासूसी या वाणिज्यिक अमेरिकी चिप्स पर गहरी सुरक्षा होने का संदेह है, इस तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को विकसित करने के लिए प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता के महत्व को सामने लाता है। ऐसे ही एक प्रयास में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई (आईआईटी मुंबई ) के प्राध्यापक उदयन गांगुली और उनके समूह ने आंकड़ों और ई-कॉमर्स एवं बैंकिंग लेनदेन के भंडारण की सुरक्षा के लिए एक हार्डवेय

दिल्ली
19 मई 2019

आईआईटी और आईआईआईटी दिल्ली के शोधकर्ताओं ने दुर्लभ कोशिकाओं को खोजने के लिए एक एल्गोरिदम डिज़ाइन किया है।

बेंगलुरु
28 अप्रैल 2019

भारतीय विज्ञान संस्थान-बेंगलुरु, सीडर-सायनाइ मेडिकल सेंटर-यूएसए और क्लीवलैंड क्लिनिक फ़ाउंडेशन- यूएसए के शोधकर्ताओं द्वारा एक अध्ययन में जीवन के विकास को लेकर लम्बे समय से अनसुलझा एक  रहस्य सुलझाया गया लगता है। ‘द जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल केमिस्ट्री’ में प्रकाशित अध्ययन, आज से करीब एक अरब साल पहले के जानवरों के पूर्वजों में दो जीनों के संलयन के बारे में एक ठोस व्याख्या प्रदान करता है।

मुंबई
28 मार्च 2019

आई आई टी मुंबई के  शोधकर्ताओंने बहुलक आधारित जैवकृत्रिम अग्न्याशय का निर्माण किया

मुंबई
25 मार्च 2019

शोधकर्ता ऊर्जा बैकअप के लिए विभिन्न बैटरी प्रणालियों की तुलना करने का तरीका सुझाते हैं।